दुनिया में चाहिए खुद को सम्मान और औरतों का अपमान करते हो दुनिया में चाहिए खुद को सम्मान और औरतों का अपमान करते हो
यह ज़िन्दगी इक सफ़र है, बस, मंज़िल भी हो, यह ज़रूरी तो नहीं।। यह ज़िन्दगी इक सफ़र है, बस, मंज़िल भी हो, यह ज़रूरी तो नहीं।।
तुम्हारा एक बेहतर शख्सियत होना और तुम्हारा सीरत से अच्छा होना गजब ढा गया। तुम्हारा एक बेहतर शख्सियत होना और तुम्हारा सीरत से अच्छा होना गजब ढा गया।
तो किसी के लिए ईनाम और किसी के लिए खेल है ज़िन्दगी। तो किसी के लिए ईनाम और किसी के लिए खेल है ज़िन्दगी।
उन्मक पलकों की कोरों से मदभरी चाँदनी लाती हो। उन्मक पलकों की कोरों से मदभरी चाँदनी लाती हो।
समझने जमाने के भरे हुए जेबों की गरीबी हाँ मनमस्त फकीर हूँ मैं। समझने जमाने के भरे हुए जेबों की गरीबी हाँ मनमस्त फकीर हूँ मैं।